Maharajganj

Maharajganj : ग्राम पंचायत बंदी विशुनपुरा में RRC निर्माण में घोटाला: बिना पूरा निर्माण लिए गया भुगतान, सचिव निलंबित, प्रधान पर भी होगी एफआईआर

 

 चार फीट दीवार, आठ फीट पिलर बनाकर कर लिया गया 6.53 लाख का भुगतान

डीपीआरओ की जांच में खुली पोल, प्रधान व सचिव पर एफआईआर के आदेश

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:- जनपद महराजगंज के निचलौल ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत बंदी विशुनपुरा में आरआरसी (रिसोर्स रिकवरी सेंटर) निर्माण कार्य में भारी अनियमितता सामने आई है। निर्माण कार्य अधूरा रहने के बावजूद भी लगभग 6.53 लाख रुपये की सरकारी धनराशि का भुगतान कर लिया गया। इस मामले में जांच के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी धीरू यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, वहीं ग्राम प्रधान बैजनाथ यादव के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज कराने के आदेश भी दिए गए हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायत में कूड़ा-कचरा निस्तारण हेतु आरआरसी सेंटर निर्माण के लिए कुल 6,53,310 रुपये की क्रेडिट लिमिट स्वीकृत हुई थी। इसके सापेक्ष मात्र 5,65,777 रुपये का स्टीमेट तैयार हुआ था, लेकिन न तो स्टीमेट के अनुरूप कार्य पूरा हुआ और न ही पारदर्शिता बरती गई। मौके पर जांच के दौरान सिर्फ चार फीट ऊंची दीवार और आठ फीट के पिलर ही पाए गए। न कोई छत, न ढांचा – पूरा निर्माण कार्य अधूरा और बंद मिला, जबकि संपूर्ण भुगतान पहले ही कर लिया गया था। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि कार्य न तो प्रगति पर है और न ही वर्तमान में निर्माण हो रहा है। इसके बावजूद संबंधित अधिकारियों द्वारा स्टीमेट से भी अधिक राशि की निकासी कर ली गई। डीपीआरओ श्रेया मिश्रा ने इसे सरकारी धन का दुरुपयोग मानते हुए तत्काल प्रभाव से सचिव को निलंबित कर दिया और थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने हेतु एडीओ पंचायत, निचलौल को निर्देशित किया। जिले में इस तरह की वित्तीय अनियमितताओं की यह एक गंभीर मिसाल बन गई है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार या लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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