मनरेगा–आवास योजना में बड़ा घोटाला उजागर: महराजगंज में प्रशासन की कड़ी कार्रवाई, सचिव निलंबित
महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:- जनपद में सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। विकास खंड लक्ष्मीपुर की ग्राम पंचायत बकैनिया हरैया में मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत हुए बड़े घोटाले का खुलासा होने के बाद ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है। जांच में 6.10 लाख रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितता सामने आने से पंचायत स्तर पर हड़कंप मच गया है। वित्तीय वर्ष 2021 से अब तक पंचायत में संचालित योजनाओं में गड़बड़ी की शिकायत ग्राम निवासी जगत प्रसाद द्वारा की गई थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण एवं ग्रामीण अभियंत्रण विभाग से संयुक्त रूप से स्थलीय और अभिलेखीय जांच कराई। जांच रिपोर्ट में मनरेगा और केंद्रीय वित्त आयोग के अंतर्गत कुल 6,10,684 रुपये की वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई, जिसके लिए ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव अश्वनी पटेल को जिम्मेदार ठहराया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत कराए गए सत्यापन में 22 आवासों की जांच की गई, जिसमें तीन लाभार्थी अपात्र पाए गए। एक मामले में लाभार्थी के पहले से पक्के मकान में रहने के स्पष्ट साक्ष्य मिले, जिससे सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग की पुष्टि हुई। जांच के बाद सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, लेकिन प्रस्तुत स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाए जाने पर जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा के निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने निलंबन की कार्रवाई की। निलंबन अवधि में सचिव को एडीओ परतावल कार्यालय से संबद्ध किया गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकारी धन गरीबों और जरूरतमंदों के लिए होता है, उसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं डीपीआरओ श्रेया मिश्रा ने बताया कि मामले में आगे दोषियों से वसूली और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। इस कार्रवाई को पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन का कड़ा और स्पष्ट संदेश माना जा रहा है।
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