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स्कूल समयावधि बढाने से गैर ब्लॉकों मे तैनात शिक्षक परेशान, नवजात शिशु को लेकर स्कूल पहुंचने वाली शिक्षिकाओं की गर्मी व लू से आफत में पड़ी जान

 

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो : रमजान के आखिरी जुमा के अवकाश को लेकर निर्णय न ले पाने वाला बेसिक शिक्षा विभाग स्कूल समयावधि बढाने का आदेश निर्गत करने वाला प्रदेश का पहला जनपद बन गया। भीषण गर्मी व लू के चपेटों के बीच से गुजरना शिक्षकों व नवजात शिशुओ को लेकर स्कूल पहुंचने वाली शिक्षिकाओं के स्वास्थ्य को लेकर शिक्षा महकमा बेपरवाह निकला। अप्रैल माह मे पछुआ हवाओं और धूम के कहर के बीच प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्कूल समयावधि बदल दी गयी। जनपद महराजगंज में शिक्षक संगठनो की मांग पर जिलाधिकारी की संतुति पर स्कूल संचालन का समय सुबह 7.30 से 12 बजे तक किया गया। स्कूल समय में बदलाव से अभिभावक व शिक्षको ने राहत महसूस किया लेकिन 26अप्रैल को वातानुकूलित कार्यालयों से बाहर का मौसम सुहाना महसूस होने लगा और प्रदेश मे इकलौते जनपद में शिक्षको के लिए स्कूल दोपहर 1.30बजे तक कर दिया गया। गर्मी से जूझ रहे जनपद का तापमान 42से 45डिग्री सेल्सियस तक पहुच जा रहा है ऐसे में झूलसा देने वाली तपन मे 40-50 किमी बाइक से सफर कर दूर दराज ब्लॉकों मे तैनात शिक्षकों का घर पहुंचना जानलेवा तो है ही एसी में बैठ निरीक्षण करने वाले अफसरो को नवजात बच्चों को स्कूल लेकर पहुंचने वाली शिक्षिकाओं की सुरक्षा का ख्याल तक नही रखा गया। बेसिक शिक्षा विभाग के आदेश के तहत 12बजे के बाद एक शिक्षक स्कूल में रहेंगे और अन्य घर घर भ्रमण कर नामांकंन बढाएगे। अधिकांश जूनियर स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं ऐसे में जहां एक ही शिक्षक तैनात हैं वे स्कूल रहेंगे या गांव में भ्रमण करेंगे इसको लेकर भ्रम की स्थिति बन गयी है। वीडियो कालिंग के निरीक्षण पर नाराज शिक्षक तपन मे सुरक्षा को लेकर विभाग की संवेदनशीलता पर हैरान है।सरकार द्वारा नये सत्र में 15 अप्रैल तक स्कूलों में किताबें पहुंचाने का एलान किया गया लेकिन माह के आखिरी सप्ताह तक बच्चे बगैर किताब पढ रहे हैं। सरकार के आदेशों का पालन करने में फिसड्डी विभाग शिक्षकहितो के खिलाफ निर्देश जारी करने में पड़ोस के जनपदों का अनुकरण व इंतजार भी नही कर पा रहा है जिसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। सूत्रों की माने तो आए दिन मनमाने आदेश से शिक्षक तनाव से गुजर रहे है।

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