Maharajganj

सीओ की विवेचना में झूठा निकला एससीएसटी एक्ट व युवती के अपहरण का मामला, जुर्म खारिज

 
महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:- 
आपराधिक घटनाओं की विवेचना में सीओ सदर अजय सिंह चौहान नंबर वन हैं। विवेचना हाथ में आते ही त्वरित जांच कर साक्ष्य एकत्र करते हैं और रिपोर्ट के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हैं। उनके हाथ में विवेचना जाते ही मुल्जिमों का हाथ-पांव फूलने लगता है। क्योंकि वह बहुत तेज गति से जांच करते हैं। ताजा मामला सिन्दुरिया थानाक्षेत्र का है। यहां की एक महिला अपनी बेटी को नाबालिग बताकर गांव के ही एक युवक पर उसका अपहरण करने व एससीएसटी एक्ट का केस दर्ज करा दी। विवेचना मिलते ही सीओ सदर अजय सिंह चौहान ने महज पांच दिन में ही जांच पूरी कर दी। विवेचना में सभी पहलुओं की छानबीन में मामला झूठा निकला। इस पर सीओ ने सिन्दुरिया थाना में दर्ज केस में ज़ुर्म खारिज कर दिया। सीओ की त्वरित कार्रवाई पुलिस महकमा में नजीर दी जा रही है। हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है। 
यह है मामला 
सिन्दुरिया थाना में 26 अप्रैल 2022 को एक महिला ने तहरीर दी। आरोप लगाया कि उसकी बेटी का गांव के ही एक व्यक्ति ने अपहरण कर लिया है। वह बार-बार फोन कर जान से मारने की धमकी दे रहा है। सिन्दुरिया पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 39/22 धारा 363/507 आईपीसी व धारा 3(2)5क एससी/एसटी एक्ट के तहत आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया। इस मामले की विवेचना सीओ सदर अजय सिंह चौहान को दी गई उन्होंने तीन दिन के अंदर पीड़िता को बरामद कर उसका मेडिकल परीक्षण कराया। मजिस्ट्रेट के सामने 164 का बयान दर्ज कराया। विवेचना के दौरान सीओ ने मौखिक व जन्म प्रमाण पत्र, अभिलेखीय साक्ष्यों, बयान वादिनी, निरीक्षण घटनास्थल समेत सभी जांच वैज्ञानिक विधि से किया। महिला ने अपनी जिस बेटी को नाबालिग बताकर केस दर्ज कराया था परिवार रजिस्टर में दर्ज उसकी जन्मतिथि के मुताबिक वह 21 साल से अधिक उम्र की थी। बयान के मुताबिक पीड़िता 4 अप्रैल की रात घर से गई थी। वह पूरी तरह से बालिग थी। अपनी रजामंदी से आरोपित युवक के साथ चली गई थी। उससे शादी कर ली है। सीओ सदर अजय सिंह चौहान ने तथ्यों को छुपाते हुए अभियोग पंजीकृत कराये जाने के आधार पर मामला झूठा पाये जाने के कारण ज़ुर्म खारिज कर विवेचना एक मई को समाप्त कर दिया।

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